बेटा या बेटी होने के लक्षण | BETA YA BETI HONE KE LAKSHAN

बेटा या बेटी होने के लक्षण BETA YA BETI HONE KE LAKSHAN LADKI HONE KE LAKSHAN PET ME LADKA HONE KE LAKSHAN IN HINDI गर्भ में बेटा होने के 4 लक्षण बताइए

अगर आप प्रेग्नेंट है तो पेट में लड़का लड़की क्या है सोचते जरुर होगे आगे जाने बेटा बेटी होने के लक्षण उपाय इन हिंदी लड़की की शादी के बाद उसके माँ बनने का रिश्तेदारो को इंतेजार होता है और जैसे ही लड़की माँ बनने की खुशी अपने परिवार मे बताती है तो परिवार के लोग अनुमान लगाना शुरू कर देत है कि पेट मे लड़का है या लड़की

हम आपको बता दे जन्म से पहले जेंडर पता करना गैरकानूनी है ऐसा करने वाले अगर पकड़े जाते है तो उन्हे सजा और जुर्माना लगाया जाता है भारतीय कानून के अनुसार लेकिन आप अपने तजरूबे से अनुमान लगा सकते है की गर्भ मे पल रहा बच्चा बेटा है या बेटी है.

बेटा या बेटी होने के लक्षण BETA YA BETI HONE KE LAKSHAN
बेटा या बेटी होने के लक्षण BETA YA BETI HONE KE LAKSHAN

बेटा या बेटी होने के लक्षण – BETA YA BETI HONE KE LAKSHAN

यहाँ जानिये बेटा या बेटी होने के लक्षण – BETA YA BETI HONE KE LAKSHAN – स्त्री का मूड देखकर पता लगाये बेटा या बेटी क्या होगा

ऐसा माना जाता है कि – अगर औरत प्रेग्नेंसी से पहले ज्यादा मुडी होने लगे तो वह महिला एक लड़की को जन्म देगी इसका कारण है कि महिला मे फ़ीमेल्स हार्मोन्स बढ़ते है तो बेटा बेटी होने के लक्षण उपाय में एक यह भी है

स्तनो का साइज़

लड़का या लड्की किसका जन्म होने वाला है इस बात का अंदाजा महिला अपने स्तनो के साइज़ से भी लगा सकती है प्रेग्नेंट महिला के बाए वाले स्तन से अगर दाए वाला स्तन छोटा है तो आप लड़की को जन्म देगी तो बेटा बेटी होने के लक्षण उपाय के लिए यह देख सकते है

स्त्री के पति का वजन

अगर गर्भ मे पल रहे बच्चे के पिता का वजन बढ़ जाता है तो यह एक संकेत है की गर्भवती महिला के गर्भ मे एक बेटी है यदि पति का सामान्य बना रहता है तो महिला बेटे को जन्म देगी.

नाक के आकार मे परिवर्तन

माना जाता है की गर्भवती महिला के नाक का आकार बदल जाए मतलब बड़ा हो जाए तो वह महिला बेटे का जन्म देने वाली है

खाने की डिमांड

अगर गर्भवती महिला मीठा खाने की उतावली होगी तो समझिए बिटिया घर मे आने वाली और अगर नमकीन खाने की जिद करे तो बेटा घर मे आने वाला है.

हार्ट बीट

यह सबसे आसान तरीका है पता लगाने का पेट मे लड़का है या लड़की अगर प्रेग्नेंट महिला की हार्ट बीट 140 तक हो जाती हैं तो उसके गर्भ में लड़की हैं क्योंकि लड़के के गर्भ में होने पर महिला की हार्ट बीट सामान्य ही रहती हैं.

यूरिन का कलर

महिलाओ के पेशाब से भी अंदाजा लगाया जाता है कि गर्भ मे लड़का है या लड़की अगर महिला के पेशाब का रंग ब्राइट पीला है तो समझिए लड़का है और अगर हल्का पीला है तो समझिए बेटी है.

निप्पल का कालापन

अगर महिला के निप्पल सामन्य कालापन से अधिक काला हो जाए तो इससे अंदाजा आप लगा सकते है कि आपके घर लड़का आने वाला है

100 SYMPTOMS OF BABY GIRL IN HINDI

KNOW HERE 100 SYMPTOMS OF BABY GIRL IN HINDI – बच्चे के लिंग का अनुमान केवल लक्षण के आधार पर करना पूरी तरह से सही नहीं होता है इसे केवल मनोरंजन के रूप में ही देखा जाना चाहिए। यह वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं है। फिर भी, यहां कुछ प्रचलित मान्यताएं हैं जो लोगों के अनुसार लड़कियों के जन्म के समय होती हैं

  • गर्भावस्था के दौरान पेट का आकार और उभार।
  • गर्भावस्था में सुबह के समय उल्टी होना।
  • मीठा खाने की इच्छा।
  • त्वचा का चमकना।
  • बालों का पतला होना।
  • ज्यादा थकान महसूस होना।
  • हृदय की धड़कन की गति 140 बीट्स प्रति मिनट से अधिक होना।
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द।
  • त्वचा पर मुंहासे निकलना।
  • गर्भावस्था के दौरान ठंडी त्वचा महसूस होना।
  • पेट का आकार नुकीला होना।
  • मूड स्विंग्स ज्यादा होना।
  • वजन बढ़ने की दर सामान्य से धीमी होना।
  • चेहरे पर ज्यादा बाल होना।
  • मिचली और उल्टी का अनुभव दिनभर होना।
  • स्तनों का आकार बढ़ना।
  • पीठ के ऊपर का हिस्सा दर्द होना।
  • ज्यादा पसीना आना।
  • नाभि का बाहर निकलना।
  • गर्भावस्था के दौरान सांस लेने में तकलीफ।
  • ज्यादा नींद आना।
  • बाएं तरफ ज्यादा वजन बढ़ना।
  • मूत्र का रंग गहरा पीला होना।
  • ठंडी टांगें महसूस होना।
  • बाएं स्तन का बड़ा होना।
  • खाना खाने की इच्छा में परिवर्तन।
  • ज्यादा भूख लगना।
  • गर्भावस्था में सिरदर्द होना।
  • पांव की उंगलियों का सूजना।
  • आंखों के नीचे काले घेरे होना।
  • हाथों का सूजना।
  • चेहरे पर धब्बे होना।
  • गर्मी का एहसास।
  • गर्भावस्था में अनिद्रा।
  • शरीर का बाईं ओर झुकना।
  • ज्यादा गुस्सा आना।
  • शरीर का वजन बढ़ना।
  • पैर की उंगलियों में दर्द।
  • पेट का उभार गोल होना।
  • चमकीली त्वचा।
  • उल्टी का अचानक बंद होना।
  • गर्भावस्था के दौरान ज्यादा चक्कर आना।
  • ज्यादा चाय या कॉफी की इच्छा।
  • नाखूनों का तेजी से बढ़ना।
  • सीने में जलन।
  • बालों का तेजी से बढ़ना।
  • कमर का आकार बड़ा होना।
  • ज्यादा मीठा खाने की इच्छा।
  • चॉकलेट की लालसा।
  • मांसाहारी खाने की इच्छा में कमी।
  • फल खाने की इच्छा।
  • ज्यादा थकान और कमजोरी।
  • त्वचा का सूखना।
  • मूत्र का रंग बदलना।
  • पैरों में सूजन।
  • हाथों में खुजली होना।
  • सिर में दर्द।
  • नींद में खलल।
  • वजन का अचानक बढ़ना।
  • पेट का उभार उपर की ओर होना।
  • पेट का निचला हिस्सा भारी महसूस होना।
  • ज्यादा प्यास लगना।
  • ताजे फलों की लालसा।
  • भोजन के बाद भारीपन महसूस होना।
  • कब्ज की समस्या।
  • पेट में गैस की समस्या।
  • मूत्र का गाढ़ा होना।
  • ज्यादा चिड़चिड़ापन।
  • पानी की अधिकता।
  • चेहरे पर झाइयां।
  • हड्डियों में दर्द।
  • नाखूनों का टूटना।
  • आंखों की रोशनी कम होना।
  • बालों का झड़ना।
  • वजन का असमान्य रूप से बढ़ना।
  • ठंडक का एहसास।
  • उंगलियों का सूजना।
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द।
  • ज्यादा थकान।
  • भूख का असमान्य रूप से बढ़ना।
  • पेट में ऐंठन।
  • शरीर का बाईं ओर झुकना।
  • ज्यादा मीठा खाने की इच्छा।
  • पेट का आकार गोल होना।
  • शरीर का भारीपन महसूस होना।
  • चेहरे पर धब्बे।
  • ज्यादा पसीना आना।
  • चेहरे का चमकना।
  • ज्यादा गुस्सा आना।
  • ज्यादा नींद आना।
  • सांस लेने में तकलीफ।
  • ठंडक का एहसास।
  • हाथों में खुजली।
  • पैरों में सूजन।
  • बालों का झड़ना।
  • मिचली का अनुभव।
  • उल्टी का अचानक बंद होना।
  • आंखों के नीचे काले घेरे।
  • कमर का आकार बड़ा होना।
  • सिरदर्द।

READ THIS