फिरौन की लाश कहां है फिरौन का इतिहास FIRON KI LASH

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फिरौन की लाश कहां है फिरौन का इतिहास – FIRON KI LASH KAHA HAI

यहाँ जानिए फिरौन की लाश कहां है फिरौन का इतिहास – FIRON KI LASH KAHA HAI –

फिरौन ने खुदाई का दावा किया की मैं रब हु सबसे पहले उसके वजीर हामान ने फिरौन को खुदा माना और सजदा किया फिरौन की लाश अभी भी इजिप्त के म्यूजियम मे रखी हुई है हजरत मूसा अलैहिस्सलाम नबी थे

फिरौन के जमाने मे फिरौन के मरने के बाद भी उसकी लाश सड़ी नहीं और उसके शरीर के गोस्त बढ़ते है फिरौन की लाश पर  हर साल14 मार्च को जंगली चूहे छोड़े जाते है और उसका सारा गोश्त चूहे नोच खाते है फिरौन ने जब खुदाई का दावा किया तो

अलाह पाक ने फरमाया –

FIRON KI LASH – मैं उसके जिस्म से जान निकाल लूँगा और उसकी लाश को कयामत तक लोगो के लिए इबरत का निशानी बना दूंगा फिरौन की लाश अगर आज भी आप देख ले तो आपको लगेगा जैसे कोई आदमी सोया हुआ है फिरौन की लाश न जमीन लेती है न ही पानी इसलिए उसकी लाश को हवा मे रखा गया है

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फिरौन की लाश कहां है फिरौन का इतिहास FIRON KI LASH

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फिरौन अपने समय का बहुत ही जालिम बादशाह था – फिरौन के बादशाह बनने के पीछे भी एक कहानी है कहा जाता है की फिरौन अस्फ़्हान शहर का एक गरीब अत्तार था उसने कई लोगो से बहुत सारे कर्ज लिए थे और कर्ज न चुकाना पड़े इसलिए अस्फ़्हान से भागकर शाम चला गया

शाम मे उसके पास कोई रोजगार नहीं था तो रोजगार की तलाश मे मिस्र जा पाहुचा मिस्र मे उसने देखा की तरबूज बहुत ही कम मूल्य के है तो उसके दिमाग मे विचार आया इसे शहर मे ले जाकर बेचा जाए तो नाफे का सौदा होगा वह चुनाचे गाँव से बहुत सारे तरबूज लिए और चल दिया शहर तरबूज बेचने लेकिन शहर पहुचते पहुचते रास्ते मे कई चुंगी भी आई और फिरौन को हर जगह चुंगी देनी पड़ी

इस तरह उसके पास शहर पहुचते पहुचते केवल एक तरबूज बचा क्योकि बाकी तरबूज चुंगी मे चली गई थी अब फिरौन समझ चुका था इस मुल्क मे कोई शाही इंतजाम नहीं है साथ ही कोई भी चाहे शाही अफसर बन कर माल वसूल कर सकता है

मिस्र मे उस समय महामारी [ बीमारी ] फ़ैली हुई थी लोग अधिक सख्या मे मर रहे थे और फिरौन ने इसका फायदा लिया और कब्रिस्तान मे जा बैठा और जब कोई मुर्दा लेकर क्बृस्तान मे आता तो उनसे कहता मे साही अफसर हु, मुरदो पर 5 दिरहम टैक्स लगा है तो मुझे 5 दिरहम दो फिर दफन करो

फिरौन का इतिहास

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इस तरीके से उसने कुछ ही समय मे बहुत सारा माल इकठ्ठा कर लिया लेकिन एक दिन इफ़्तेफाक से कोई बड़ा आदमी दफन करने के लिए लाया गया तो फिरौन इस बड़े आदमी के वारीशो से भी पैसे की मांग की लेकिन पैसे नहीं मिले बल्कि फिरौन को गिरफ्तार करके बादशाह तक पहुचा दिया गया और बादशाह को पूरा वाक़या बता दिया गया तुम्हें कब्रिस्तान पर किसने मुकर्रर किया था ???

फिरौन ने जवाब मे कहा मुझे आप तक पहुचना था इसलिए यह बहाना बनाया था | मैं आपको खबर करना चाहता था की आपके मुल्क मे बहुत ही खराब हालात है मैंने 3 महीने के समय मे जुल्म के साथ इतना सारा माल इकठ्ठा कर लिया है आपको खबर है दूसरे हुक्काम क्या कुछ करते होंगे और यह कह कर अपना सारा माल बादशाह के आगे डाल दिया

फिरौन ने कहा अगर आप इंतजाम मेरे हवाले कर दे तो मैं आपका मुल्क दुरुस्त कर दूंगा बादशाह को यह बात उसकी बहुत ही पसंद आई फिर बादशाह ने फिरौन को एक छोटा सा ओहदा दे दिया फिरौन ने भी बादशाह और आवाम को खुश रखने के लिए अच्छे अच्छे तरीके इख्तियार किए

सिलसिला धीरे धीरे चला और एक दिन फिरौन को तमाम लश्कर का अफसर बना दिया गया | जब मुल्क मिस्र का बादशाह मरा तो वहा की आवाम ने फिरौन को तख्त पर बैठा दिया और इस तरह से फिरौन बन गया मिस्र देश का बादशाह

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