मलेरिया से बचने के 10 उपाय | MALARIA SE BACHNE KE UPAY

मलेरिया से बचने के 10 उपाय MALARIA SE BACHNE KE UPAY IN HINDI डेंगू-मलेरिया से बचने के उपाय मलेरिया के लक्षण और उपाय Malaria in Hindi

MALARIA – मलेरिया एक संक्रामक जीवाणु रोग है मलेरिया रोग प्रोटोजोआ परजीवी द्वारा फैलता है जिसे विभिन्न प्रकार के अणु प्लास्मोडियम से होने वाले संक्रमण के कारण होता है। मलेरिया एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है, और यह विशेष रूप से गरीब और विकासशील देशों में प्रचलित है।

मलेरिया रोग एनाफिलीज़ मच्छर के काटने से होता है और मच्छर मनुष्य पर सुबह या अंधेरा होते वक्त हमला करते है ऐसे मे एनाफिलीज़ मच्छर के काटने से बचने के लिए आप मच्छरदानी को प्रयोग मे लेकर बच सकते है साथ ही आप अपने बदन को ढके रहे और सोते कमरे मे सोने के स्थान पर मच्छर भगाने वाले दवाइयो का प्रयोग करे

जब भी किसी व्यक्ति को मलेरिया के लक्षण दिखाई दे उसे तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर से मिलना चाहिए और प्राथमिक उपचार करना चाहिए

आज के समय मे मच्छर भगाने या मारने वाले किटनाशक का असर मच्छरो पर नहीं हो रहा है ऐसे मे आपको चाहिए की मच्छरदानी लगा कर सोना मलेरिया रोजीआई को अधिक मात्रा मे पानी पीना चाहिए साथ ही अन्य भी तरल पदार्थ भी

अगर बुखार आ रहा है तो पैरासीटामाल जैसी दवाओ को प्रयोग मे ले सकते है और साथ मे बुखार उतारने के लिए स्पंजिंग भी कर सकते है

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MALARIA SE BACHNE KE UPAY मलेरिया से बचने के 10 उपाय

मलेरिया बुखार के लक्षण क्या है – MALARIA BUKHAR KE LAKSHAN

मलेरिया बुखार के लक्षण क्या है MALARIA BUKHAR KE LAKSHAN KYA HAI – मलेरिया के प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

बुखार

बुखार मलेरिया के सबसे प्रमुख और सामान्य लक्षण में से एक होता है। यह अक्सर ज्यूमाडिकल पैटर्न (हर 48 घंटे या 72 घंटे पर एक बार) में हो सकता है।

ठंड लगना

यह एक और महत्वपूर्ण लक्षण हो सकता है, जो मलेरिया के साथ आता है।

बेचैनी की सामान्य अनुभूति

व्यक्ति मलेरिया के साथ अक्सर बेचैनी और अस्तित्व से जुड़े हुए महसूस कर सकते हैं।

सिरदर्द

मलेरिया के साथ सिरदर्द भी हो सकता है। उल्टी और दस्त: विशेष रूप से मलेरिया के स्थानीय उपयोग वाले प्रजातियों में, उल्टी और दस्त के लक्षण हो सकते हैं।

पेट में दर्द

कुछ मलेरिया प्रकारों में पेट में दर्द की समस्या हो सकती है। मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द: व्यक्ति के मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द के लक्षण भी हो सकते हैं।

थकान

व्यक्ति मलेरिया के बाद अत्यधिक थकान महसूस कर सकते हैं।

तेजी से साँस

मलेरिया के साथ तेजी से साँस लेने की आवश्यकता हो सकती है, खासकर जब उच्च स्तर का बुखार होता है।

तीव्र हृदय गति तीव्र हृदय गति भी मलेरिया के साथ हो सकती है। खाँसी कुछ मलेरिया प्रकारों में खाँसी की समस्या हो सकती है।

मलेरिया से बचने के 10 उपाय – MALARIA SE BACHNE KE UPAY

यहाँ जानिये मलेरिया से बचने के 10 उपाय MALARIA BUKHAR SE BACHNE KE UPAY – मलेरिया से बचाव के लिए निम्नलिखित 10 उपाय हैं


मच्छरदानी का इस्तेमाल करे 

रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें इस तरह से मच्छर नहीं काटेंगे इसके लिए मच्छरदानी को अच्छी तरह से चारों तरफ से दबाये

मच्छर भगाने वाली दवाए

मलेरिया रोग मच्छर के काटने से ही होता है ऐसे में मच्छर भगाने वाली दवाए अपने क्षेत्र में या घर में छिडकाव करें

सुरक्षित जगह पर सोएं

रात को सोते समय एक सुरक्षित जगह पर सोएं जैसे कि मॉस्किटो नेट यानी मच्छरदानी के के अंदर।

घर के आसपास पानी इकठ्ठा न होने दें

आवासीय इलाकों में अच्छे तरह से साफ़ सफाई करें घर के आसपास पानी जमा न होने दें सांफ पानी में मच्छर अंडें देते है इसलिए मलेरिया से बचने के लिए इस उपाय को जरुर करें

अपने शरीर को ढककर रखें

खासकर रात को, उच्च आर्म्स और लॉन्ग स्लीव कपड़ों का प्रयोग करें ताकि मॉस्किटों का काटने का खतरा कम हो। इस तरह से खुद को मलेरिया मच्छर के काटने से बच सकते है

सुरक्षित जगह पर रहें

मलेरिया प्रवृत्ति क्षेत्रों में जाने से बचें, खासकर अगर आपकी स्वास्थ्य स्थिति वहाँ के अच्छी नहीं है।

मलेरिया – खिलाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करें

यदि आप मलेरिया प्रवृत्ति क्षेत्र में जाते हैं तो आपको डॉक्टर के सुझाव और परामर्श के बाद मलेरिया में खिलाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए।

साफ पानी पीना

साफ और सुरक्षित पानी पीने का सुनिश्चित करें क्योंकि मलेरिया ट्रांसमिशन उस जगहों पर ज्यादा होता है जहाँ पानी संचित और अस्तित्व में होता है।

स्वच्छता बरतें

अपने आसपास की स्वच्छता का ध्यान रखें जैसे कि खड़ी पानी का प्रबंधन करना ताकि मॉस्किटों के प्रवृत्ति क्षेत्र का प्रबंधन किया जा सके।

स्वास्थ्य पर ध्यान दें

यदि आप मलेरिया के संकेत दिखाते हैं, तो तुरंत चिकित्सक की सलाह और उपचार करवाएं। मलेरिया से बचाव महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गंभीर रोग है और सांस लेने की समस्याओं का कारण बन सकता है।

मलेरिया की टेबलेट का नाम क्या है

मलेरिया के इलाज में विभिन्न दवाएँ प्रयुक्त की जाती हैं, और यह दवाएँ इन्फेक्शन के प्रकार और स्थान के आधार पर चयन की जाती हैं। मलेरिया के इलाज में कुछ प्रमुख दवाएँ निम्नलिखित है – क्लोरोक्विन (Chloroquine) हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine मेफ्लोक्विन (Mefloquine) आर्टेमिसिनिन और उसके संयुक्त दवाएँ

HIGHLIGHT MALARIA TABLET किसी भी दवा टेबलेट को बिना डॉक्टर परामर्श के सेवन न करें ऐसे में मलेरिया की टेबलेट जो बताया गया है उसे भी डॉक्टर परामर्श के बिना सेवन न करें